पुष्प-सार का है मधुवन पुष्प-गुच्छक से झूमे उपवन। पुष्प-सार का है मधुवन पुष्प-गुच्छक से झूमे उपवन।
वर्षा हुई बूढ़ी, आया भादौं का महीना। वर्षा हुई बूढ़ी, आया भादौं का महीना।
मन के कुछ कमरों में रौशनी के साथ उम्मीद का अनोखा मिलन एक अद्भुत एहसास जैसे मृतआत्मा को मिलने वाले मो... मन के कुछ कमरों में रौशनी के साथ उम्मीद का अनोखा मिलन एक अद्भुत एहसास जैसे मृतआत...
इतनी निर्दयता हाय,कहाँ से हो पाती, प्रकृति खड़ी है मौन,क्यों नहीं रो पाती, इतनी निर्दयता हाय,कहाँ से हो पाती, प्रकृति खड़ी है मौन,क्यों नहीं रो पाती,
ये सूरज, चाँद व तारे, सुंदर हैं इनके नजारे! नील गगन में रहते हैं, लगते हैं कितने प् ये सूरज, चाँद व तारे, सुंदर हैं इनके नजारे! नील गगन में रहते हैं, लगते ...